शनिवार, 27 जुलाई 2024

सिक्स ऑफ कप्स का हुआ लोकार्पण


     नई दिल्ली। आईएएस अधिकारी एवं युवा कवयित्री सुश्री नेहा बंसल की अंग्रेजी कविताओं की दूसरी पुस्तक 'सिक्स ऑफ कप्स' का लोकार्पण नई दिल्ली के लोधी एस्टेट क्षेत्र में स्थित इंडिया हैबिटेट सेंटर के टैमरिंड सभागार में आज दिनांक 27 जुलाई, 2024 को किया गया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि प्रख्यात शिक्षाविद, कवयित्री एवं आलोचक प्रो. मालाश्री लाल थीं। कार्यक्रम के मंच पर सुपरिचित कवि, अनुवादक एवं आलोचक श्री राजोर्षी पत्रनबीस एवं कवि, अनुवादक, संपादक एवं प्रकाशक श्री कीर्ति सेनगुप्ता की गरिमामयी उपस्थिति रही। कार्यक्रम का सफल संचालन श्री गौरव श्रीवास्तव ने किया। पुस्तक लोकार्पण के उपरांत मुख्य अतिथि एवं मंचासीन विद्वजनों ने पुस्तक पर अपने-अपने विचार प्रकट किए। एक सत्र पुस्तक की लेखिका से संवाद का भी रखा गया, जिसमें पुस्तक की लेखिका ने इस पुस्तक को लिखने की प्रक्रिया के विषय में सभागार में उपस्थित जनों को विस्तार से बताया। उन्होंने भावुक मन के साथ अपने बाबा को याद किया और कहा कि उनकी लेखन यात्रा में उनके पति आईपीएस अधिकारी श्री दीपक यादव का सदैव सहयोग प्राप्त हुआ है।

     कार्यक्रम के अंत मे सुश्री नेहा बंसल ने धन्यवाद ज्ञापन देते हुए वहां उपस्थित सभी साहित्यप्रेमियों शुभचिंतकों एवं प्रियजनों का आभार प्रकट किया। कार्यक्रम के अंत में वहां उपस्थित सुधीजनों के लिए जलपान की व्यवस्था की गयी। ध्यातव्य है कि लेखिका की पहली पुस्तक 'हर स्टोरी' को साहित्य अकादमी ने प्रकाशित किया था तथा उनकी दूसरी पुस्तक 'सिक्स ऑफ कप्स' को हवाकाल प्रकाशन ने प्रकाशित किया है।

रिपोर्ट - सुमित प्रताप सिंह 

शनिवार, 6 जुलाई 2024

बाबूलाल मिठारवाल की दिल्ली पुलिस से अंतिम विदाई

    सूचना मिली कि दिल्ली पुलिस कर्मियों की बेहतरी के लिए संघर्ष करने वाले साथी बाबूलाल मिठारवाल ने दिल्ली पुलिस से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली है और 30 जून, 2024 को उन्हें विदा करने के लिए दिल्ली पुलिसकर्मी पुराने पीएचक्यू में इकट्ठे होने वाले हैं। मैने भी इस आशा से पुराने पीएचक्यू में जाने की योजना बनाई कि बाबूलाल की विदाई में होने वाली पुलिस कर्मियों की ऐतिहासिक भीड़ को देखने का सुनहरा अवसर प्राप्त होगा। सुबह लगभग 11 बजे पीएचक्यू पहुंचा तो देखा वहां कुछ गिने-चुने लोग ही उपस्थित थे। सबने घंटा भर इस आस के साथ प्रतीक्षा कि बाकी आने वाले साथी भी आ जाएं तभी बाबूलाल की विदाई की प्रक्रिया आरंभ की जाए। अंत में थोड़े-बहुत जितने भी साथी वहां एकत्र हुए थे उन्होंने ने ही मिलकर इस विदाई का कार्यभार संभाला। पुष्पगुच्छ व उपहार भेंट के पश्चात् पुष्पवर्षा के साथ बाबूलाल की विदाई को अंजाम दिया गया। इस अवसर पर मैने भी उपहार स्वरूप अपनी पुस्तक जैसे थे बाबूलाल को भेंट की। सुना है कि बाबूलाल अब राजनीति में कदम रखने की योजना बना रहे हैं। अब ये तो भविष्य ही बताएगा कि बाबूलाल राजनीति की कीचड़ को साफ करेंगे या स्वयं ही कीचड़ में सन जायेंगे। अंततः हमारी ओर से मित्र बाबूलाल मिठारवाल को उज्जवल भविष्य हेतु हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।





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