शनिवार, 8 मई 2021

कविता - नन्ही परी का आगमन


क मुस्कुराती नन्ही परी का

घर में हमारे शुभ आगमन हुआ

उसकी भोली खिलखिलाहट ने 

हर किसी के दिल को छुआ


नन्हें-नन्हें हाथों से करके इशारे 

वो सबको अपने पास बुलाती है

जो भी आ जाए पास उसके तो

झट से उसकी गोद में चढ़ जाती है

तुतला के कभी बाबा-अम्मा कहती

कभी बोलती पापा, मम्मी या बुआ

एक मुस्कुराती नन्ही परी का

घर में हमारे शुभ आगमन हुआ


दिन भर वो व्यस्त रहती है

करती रहती नई-नई शरारत

जिद कर अपनी माँगें मनवाती

हासिल कर ली जिद में महारत

शरारती गुड़िया रानी के लिए

हम रब से करते हैं प्रार्थना-दुआ

एक मुस्कुराती नन्ही परी का

घर में हमारे शुभ आगमन हुआ।

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